

*पत्थलगांव।* नगर पालिका निगम की गंभीर लापरवाही और सुस्त प्रशासन के कारण शहर की बहुमूल्य सरकारी संपत्ति धीरे-धीरे कबाड़ में बदल रही है। फायर ब्रिगेड के वाहन और महंगी मशीनें, जो जनता की सेवा के लिए खरीदी गई थीं, सड़ रही हैं और उनकी स्थिति दिन-ब-दिन खतरनाक होती जा रही है।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कई ऐसे वाहन और उपकरण हैं जिनमें रख-रखाव के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि उनमें लाखों रुपए की निवेशित राशि शामिल है। फायर ब्रिगेड वाहन, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में जीवन बचाने के लिए जरूरी हैं, खराब हालत में पड़े हैं और उनका उपयोग अब लगभग असंभव हो गया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि यह लापरवाही नगर पालिका निगम के प्रशासन की गंभीर निष्क्रियता और जवाबदेही की कमी का नतीजा है। “इतनी महंगी मशीनें और वाहन होने के बावजूद उनका रख-रखाव नहीं किया जा रहा है। यही कारण है कि हमारी सुरक्षा और शहर की सेवा पर खतरा मंडरा रहा है,” एक नागरिक ने आक्रोश जताते हुए कहा।विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तत्काल सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो न केवल नगर संपत्ति पूरी तरह से बेकार हो जाएगी, बल्कि आपातकालीन सेवाओं में भारी संकट उत्पन्न हो सकता है।इस मामले में नगर पालिका निगम की जवाबदेही और संभावित भ्रष्टाचार की भी जांच होनी चाहिए, ताकि जनता के लिए खरीदी गई महंगी संपत्ति बेकार न हो और शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
