

पत्थलगांव वन विभाग के रेंजर कृपासिंधु पैकरा की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का आरोप है कि रेंजर पैकरा लकड़ी माफियाओं के अनुवाई या सौदेबाज हो सकते हैं।

इस आरोप के पीछे एक कारण यह है कि पत्थलगांव में अवैध लकड़ी कटाई और तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से लकड़ी माफिया जंगलों को साफ कर रहे हैं।
एक अन्य कारण यह है कि रेंजर पैकरा की टीम ने हाल ही में एक संदेहास्पद लकड़ी गाड़ी को पकड़ा था, जिसमें अवैध लकड़ियां पाई गई थीं। हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता है कि रेंजर पैकरा व्यक्तिगत रूप से लकड़ी माफियाओं के साथ जुड़े हुए हैं या नहीं।
यह मामला अभी भी जांच के अधीन है, और वन विभाग के उच्चाधिकारियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
बाकी भाग बहुत जल्द आयेगा( झंडा घाट मामला )
भाग 1
वर्जन –रेंजर पैकरा जी का वर्जन है कि झंडा घाट वाले मामले में कारवाही कर दी गई है और जांच चल रहा है।
सुरेशपुर मामले में जांच किया गया था पर वहां से सागौन की लकड़ी कटाई का कोई निशान नहीं है बाकी जांच में लगे हैं ऐसी कोई भी जानकारी मिलती है तो जरूर कारवाही करेंगे ।
रेंजर साहब का कहना है कि लकड़ी माफियाओं का खैर नहीं पकड़े जाने पर नो मेल नो बेल सीधा जेल की कारवाही की जाएगी बाकी आगे से मुखबिरों का कॉल ओर सूचना पाने पर तत्काल कारवाही की जाएगी ।