
अपडेट :- जशपुर जिले के पत्थलगांव ग्राम सूरजपुर में लाखों का राशन घोटाला मामले में अब तक अधिकारी सूद तक लेने को तैयार नहीं सरकार की योजनाओं का लाभ गरीब जनता नहीं ले पा रही है भ्रष्टाचारी जनता का राशन खा जा रहे है ?सचिव और पूर्व सरपंच की मिली भगत से सारा खेल हुआ लगता है अधिकारियों को भी चांदी का सिक्का मिल गया है?

पत्थलगांव :- पत्थलगांव के ग्राम पंचायत सुरेशपुर में शासकीय राशन वितरण व्यवस्था की जड़ें कितनी सड़ चुकी हैं, इसका सबसे जीता-जागता उदाहरण सामने आया है।जहाँ राशन दुकान के संचालक बाबूलाल तिग्गा व सचिव राकेश कुमार किंडो के द्वारा राशन वितरण में बड़ी हेरा फेरी की गई है जिसमें संचालक व सचिव के द्वारा लोगों के फिंगर लगाया जा रहे हैं परंतु उन्हें राशन नहीं प्रदाय किया जा रहा है मंगलवार को जब हमारे द्वारा उचित मूल्य की दुकान पर जाकर देखा गया तो लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था । सभी लोग शिकायत कर रहे थे कि पिछले माह का राशन गायब है लोगों ने बताया कि उन्हें एक महीना से राशन नहीं मिली है उनके द्वारा राशन कार्ड भी दिखाए गए जिसमें एक माह का राशन दर्ज नहीं है जब हमने समिति प्रबंधक से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि सबके फिंगर लग चुके हैं और डाटा के अनुसार सब राशन निकल चुका है। ग्रामीणों का फिंगर स्कैन करवा के अप्रैल माह का किसी भी व्यक्ति को राशन वितरण नहीं की गई हैं । जब इसकी शिकायत लेकर ग्रामीण फूड इंस्पेक्टर के पास गए तो फूड इंस्पेक्टर के द्वारा संचालक व सचिव के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की गई । अब देखना होगा कि ऐसे संचालक व सचिवों को अधिकारियों के द्वारा कितना संरक्षण मिलेगा और कब तक ऐसे ही आम ग्रामीण के साथ हेरा फेरी की जाएगी । शहर का भी यही हाल है राशन का इस प्रकार का घोटाला जिले में सवालिया निशान खड़ा करती है? ग्रामीण उचित जांच हो दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और जो भी दोषी पाए जाते हैं उन्हें जेल हो बस हमारी यही मांग है और हमारा राशन समय-समय पर मिले ।

*वर्जन–फूड इंस्पेक्टर अजय प्रधान के द्वारा अस्वस्थ किया गया है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी जांच चल रही है जल्द ही रिपोर्ट पेश किया जाएगा।*
(यह किसी एक गांव की घटना नहीं है इला गांव में भी इसी प्रकार फिंगर लेकर राशन नहीं दिया गया है शासन की योजनाओं को चपत लगाते बेखौफ अधिकारी जांच के नाम खाना पूरी मुख्यमंत्री के जिले में इस प्रकार से गरीब जनता जनता का राशन का घोटाला सोचने वाली बात है। क्या शासन और प्रशासन का खौफ नहीं है या नियम कानून बस गरीब के लिए है लाखों करोड़ों का जिले में राशन घोटाला, जांच किया जाए तो अधिकतर गांवों में ऐसी प्रकार का स्थिति है)।